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बीते 14 फरवरी को प्रहलाद सिंह हत्याकांड में नामजद आरोपियों की नहीं हो सकी गिरफ्तारी
(गिरजा शंकर विद्यार्थी)
अंबेडकरनगर। पुलिस लगातार सिपाही का बचाव करते हुए बार-बार हत्या की घटना को सड़क दुर्घटना बताने पर तुली है। आपको बता दे भीटी थाना क्षेत्र के चिउटी पारा ग्रामसभा निवासी प्रहलाद सिंह की हत्या 14 फरवरी की रात कर दी गई थी। जिसमे सिपाही प्रत्यूष और रवि सिंह समेत दो अज्ञात को परिवार वालों ने नामजद करते हुए पुलिस को तहरीर दी थी। लेकिन 14 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही ना होने के कारण बुधवार को पीड़ित परिवार जिलाधिकारी से मुलाकात कर अपनी आपबीती बताई। जिलाधिकारी ने कहा कि आप लोग परेशान ना हो आप लोगों को न्याय अवश्य मिलेगा। इसी आश्वासन के साथ जब पीड़ित परिवार अपर पुलिस अधीक्षक से मुलाकात किया तो उन्होंने बताया कि हत्यारों के बारे में कोई मोटिव हो तो बताओ उनको किस आधार पर गिरफ्तार करे या जेल भेजे। लेकिन जब परिवार वालों ने पहले ही 2 लोगों को नामजद कर दिया है तो और कौन सा मोटिव पुलिस चाहती है क्या पुलिस फेल हो चुकी है इसका जवाब क्यों नहीं पुलिस देती जो परिवार के पास ऑडियो क्लिप है क्या उससे साबित नहीं होता कि सिपाही ने ही हत्या किया होगा।अगर यह मामला किसी आम नागरिक का होता तो अब तक सरकार और पुलिस मिलकर किसी ना किसी को नामजद करते हुए जेल भेजने का काम कर दिया होता। अगर गिरफ्तार न कर पाती तो उसके घर पर बुलडोजर चलवा देती लेकिन जब पुलिस का अपना ही सिपाही हथकंडे में फंसा हुआ है तो बार-बार अपर पुलिस अधीक्षक सड़क दुर्घटना बताकर परिवार वालों को रफा-दफा कर देते है ऐसी स्थिति में जब मृतक के पुत्र राज से बात हुई तो उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया है। न्याय जरूर मिलेगा लेकिन वही पुलिस अधीक्षक से जब मुलाकात नहीं हो पाई तो अपर पुलिस अधीक्षक से बात करके पूरा आश्वासन ही समाप्त हो गया। उन्होंने कहा कि यह मामला एक्सीडेंट का है इनकी हत्या नहीं हुई है आप लोग ज्यादा परेशान ना करें ऐसी स्थिति में थक हार कर पीड़ित परिवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेगा। परिजन के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी हत्या की घटना होने की पुष्टि हो रही है।