पूर्व राज्य मंत्री विद्यावती राजभर पार्टी से दिया इस्तीफा
(गिरजा शंकर विद्यार्थी)
अंबेडकर नगर: पूर्व राज्य मंत्री विद्यावती राजभर ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया हैं। उन्होंने अपना इस्तीफा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को भेज दिया हैं। ं
उन्होंने त्यागपत्र में अपना दर्द बयां करते हुए लिखा है कि उत्तर प्रदेश में विगत 30 वर्षो से संगठन और समाज वादी पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए मेरे परिवार व मेरे द्वारा जितना संघर्ष व त्याग हो पाया समाज वादी पार्टी के हित में काम किया है। विद्यावती राजभर अपने त्यागपत्र में कहा कि मेरे परिवार के संरक्षक श्रद्धेय नेता जी मुलायम सिंह यादव थे। 1992 में पति और देवर की हत्या होने के बाद मैं पूरी तरह से टूट चुकी थी लेकिन वह नेता जी ही थे जिन्होंने मुझे साहस दिया और अपनी बेटी की तरह मानते हुए सम्मान दिया। वही मुझे राजनीति में लाए। मैं समाजवादी पार्टी के प्रति हमेशा समर्पित रहीं हूं।
पार्टी द्वारा जो भी कार्यक्रम या आन्दोलन किये गये उसमें मैंने निष्ठापूर्वक भाग लिया। पार्टी ने जिसको भी टिकट दिया उसके साथ पूरी ईमानदारी के साथ काम किया। मेरे पति एवं देवर की हत्या में शामिल लोगों को पार्टी में शामिल कर उन्हें टिकट दिया गया फिर भी चुप थी क्योंकि पिता का हाथ सर पर था। नगर पालिका परिषद अकबरपुर के अध्यक्ष पद के लिए मैं भी टिकट मांग रही थी, लेकिन जिस प्रकार से हमें पुराने समाजवादी सिपाहियों की उपेक्षा कर बसपा से आये विधायक रामअचल राजभर जी द्वारा पार्टी में जिसका कोई योगदान नहीं है उनको टिकट दिया गया और हम लोगों से कुछ भी नहीं पूछा गया। पार्टी द्वारा इस तरह समाजवादी के सिपाहियों की उपेक्षा से मै आहत होकर पूरी तरह से टूट गई हूं। अब और अपमान सहने का साहस मुझमें नहीं है। जब पिता नही तो वहां बेटी का सम्मान भी नहीं हैं।
विद्यावती राजभर ने आहत मन से अपने सभी पदों व समाजवादी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूँ।